एक राजा की प्रेम कहानी (A King Love Story in hindi)


This Real Rajputana Love Story Is More Amazing Than Rani Padmavati!

 बहुत समय पहले की बात है एक राजा था और उसकी तीन पत्निया थी | राजा अपनी पहली पत्नी से बहुत प्यार करता था , वह अपनी दूसरी पत्नी को एक दोस्त की तरह मानता था और जब भी उसको कोई परेसानी होती थी तो वह अपनी पहली पत्नी से सुझाव लेता था | राजा अपनी तीसरी पत्नी से प्यार नहीं करता था लेकिन उसकी तीसरी पत्नी उसको बहुत प्यार करती थी | राजा हमेसा अपने कामो मे बहुत ही बिजी रहता था |

एक दिन राजा की तबियत बहुत ही खराब हो गयी और उसके बचने की बहुत ही कम उम्मीद रह गयी | राजा की एक इच्छा थी की वह अकेले नहीं मरना चाहता था | उसने अपनी पहली पत्नी को बुलाया और बोला तुम मेरे साथ ऊपर भगवान के पास चलो , यह सुनकर वह बोली मे आप के साथ नहीं जाउंगी | मे अभी जीना चाहती हु |

उसके बाद राजा ने अपनी दूसरी पत्नी को याद किया , जब उसने सुना की उसके पति उसको अपने साथ ले जाना चाहते है तो वह उनसे जाकर बोली – मे अभी जवान हु , में आप के साथ नहीं जाउंगी और आप के मर जाने के बाद में दूसरी शादी कर लूंगी | यह सुनकर राजा बहुत ही दुखी हुवा और मन ही मन बहुत उद्दास हो गया और अपनी तीसरी पत्नी को तो बुलाया ही नहीं | वह सोच ही रहा था की उसकी तीसरी पत्नी खुद चलकर आ गयी और बोली में आप के साथ चलूंगी |

उसकी बात सुनकर राजा बहुत ही खुश हुवा , लेकिन फिर बहुत ही निराश हो गया और बोला मैंने पूरी जिन्दगी तुम को प्यार नहीं किया और आज तुम ने मेरे साथ चलने का वचन दे दिया | में अपने आप को कभी माफ़ नहीं कर पाउँगा ऐसा राजा ने कहा | इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है की प्यार उससे करो जो आप को प्यार करता हो , उससे नहीं जिससे आप करते हो |

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